सेंसेक्स लुढ़का, निफ्टी फिसला… विदेशी निवेशक बोले – अभी नहीं भाई

सैफी हुसैन, ट्रेड एनालिस्ट
सैफी हुसैन, ट्रेड एनालिस्ट

मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार ने ऐसा मूड दिखाया जैसे हैंगओवर अब तक गया ही नहीं। सेंसेक्स 636 अंक लुढ़क गया और निफ्टी ने भी 174 अंक का गोता लगाया। विदेशी निवेशकों ने अपनी गठरी समेट ली, और बाजार कहने लगा – “बचाओ रे बाबा!”

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विदेशी निवेशकों की निकासी: जैसे शादी में मेहमान खा-पीकर बिना गिफ्ट निकल जाएं

2,589 करोड़ रुपये की विदेशी निकासी बाजार को वैसे ही लगी जैसे शादी में बिरयानी खत्म हो जाए और दूल्हे की जेब में गुल्लक ही न बचे।
भू-राजनीतिक तनाव, ट्रेड डील्स पर अनिश्चितता, और एफआईआई की बेरुखी से बाजार पर ऐसा भार पड़ा जैसे बजट में पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए हों।

सेंसेक्स की कंपनियों का हाल: बजाज से अडानी तक सबकी लगी वाट

  • अदाणी पोर्ट्स – 2.42% की गिरावट

  • बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, TCS, मारुति – सब चटक गए

  • महिंद्रा एंड महिंद्रा – इकलौती कंपनी जिसने बाजार में पाव-भाजी में पनीर की तरह स्वाद दिया

अडाणी समूह की 10 में से 10 कंपनियां लाल निशान पर बंद हुईं – शायद निवेशकों को लगा कि अब अडाणी पोर्टफोलियो नहीं, पोर्ट से बाहर निकलना चाहिए।

वैश्विक बाजार का हाल: अमेरिका मुस्कुरा रहा, यूरोप खांसी में फंसा है

  • अमेरिकी बाजार तो मजे से चहकते रहे – शायद वहां की ठंडाई में टेंशन कम हो।

  • यूरोप ने कुछ गिरावट के साथ बता दिया कि वह भी ब्रेक्ज़िट hangover से उबर नहीं पाया।

  • जापान का निक्केई गिरा, चीन का बाजार हंसता रहा, और दक्षिण कोरिया – छुट्टी पर।

क्रूड ऑयल भी बोला – थोड़ा महंगा होना चाहिए, मैं भी स्टार हूं!

ब्रेंट क्रूड 0.28% बढ़कर 64.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। तेल तो वैसे भी मौका देख कर बढ़ता है, और यहां बाजार की कमजोरी देखकर उसने भी ‘मैं हूं ना’ वाला मूड दिखा दिया।

टेक्निकल झूले में बाजार: एक दिन में हंसना, दूसरे दिन रोना!

इंट्रा डे में सेंसेक्स ने 796 अंक तक गोता लगाया और फिर ‘कितना गिरें?’ सोचकर थोड़ा ऊपर आया – जैसे कोई बच्चा परीक्षा में जीरो के बाद एक नंबर से पास हो जाए।
निफ्टी भी एक बार 24,716 पर जाकर “और कितना गिराएं?” मोड में आ गया।

इस सप्ताह का संदेश साफ है –

“विदेशी निवेशक नाराज़ हैं, भू-राजनीति परेशान कर रही है, और निवेशक सोच में हैं कि अब निवेश करें या चाय पीकर घर बैठें।”

तो भैया, अभी के लिए कहिए –
न तो तेजी आई, न मंदी गई… बाजार का मूड आजकल बना ही ‘कॉन्फ्यूज्ड दूल्हा’ वाला है।

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